युवा भाजपा नेता रोहित नेगी के हत्यारे अजहर त्यागी व आयुष का एनकाउंटर, एम्स ऋषिकेश में कराया भर्ती

देहरादून (बिलाल अंसारी) –
देहरादून के प्रेमनगर क्षेत्र में हुए भाजपा नेता और कारोबारी रोहित नेगी हत्याकांड में फरार चल रहे मुख्य आरोपी मोहम्मद अजहर त्यागी को बुधवार रात देहरादून पुलिस ने मुठभेड़ में घायल कर गिरफ़्तार कर लिया। तीन मई को प्रेमनगर थाना क्षेत्र स्थित मांडूवाला के पीपल चौक पर राेहित नेगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। यह मुठभेड़ उत्तराखंड-उत्तर प्रदेश सीमा पर मुजफ्फरनगर के पुरकाजी क्षेत्र में हुई, जहाँ अजहर अपने साथी आयुष उर्फ सिकंदर के साथ छिपा हुआ था। पुलिस की जवाबी फायरिंग में अजहर के दोनों पैरों और एक हाथ में गोली लगी, जबकि आयुष को दोनों पैरों में गोली लगी है। दोनों को स्थिति गंभीर देखते हुए दौनो को देर रात ही एम्स ऋषिकेश में भर्ती करवाया गया हैं।

अजहर त्यागी की गिरफ्तारी से न सिर्फ इस हत्याकांड की परतें खुल रही हैं, बल्कि उसका पुराना आपराधिक रिकॉर्ड भी एक बार फिर सामने आ गया है। अजहर का नाम पहले भी कई संगीन मामलों में दर्ज हो चुका है। वर्ष 2021 में उसे अवैध हथियार रखने के आरोप में पुरकाजी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद 2022 में एक स्थानीय व्यापारी पर जानलेवा हमले और खुलेआम फायरिंग के एक मामले में भी उसका नाम सामने आया था। हालांकि उस दौरान कानूनी साक्ष्य न जुट पाने के कारण वह दोनों ही मामलों में ज़मानत पर छूट गया।
स्थानीय खुफिया इकाइयों के मुताबिक अजहर पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बॉर्डर इलाकों में सक्रिय एक आपराधिक गिरोह से जुड़ा हुआ है, जो हथियारों की तस्करी,रंगदारी और फरार अपराधियों को पनाह देने जैसे कामों में लिप्त रहा है।पुलिस के अनुसार, वह अक्सर बॉर्डर पार कर शरण बदलता रहता था ताकि गिरफ्तारी से बचा रह सके। खुफिया एजेंसियों को उसके मोबाइल डिवाइस से कुछ ऐसे चैट और कॉल रिकॉर्डिंग भी मिले हैं, जिनकी जांच जारी है और जो क्षेत्रीय सुरक्षा के लिहाज़ से अहम मानी जा रही हैं।

उसके पुराने रिकॉर्ड को देखते हुए पुलिस ने मुजफ्फरनगर-मंगलौर बॉर्डर क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिया है। किसी भी प्रकार की साम्प्रदायिक अफवाह या तनाव से निपटने के लिए प्रशासन सतर्क है। देहरादून पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अजहर त्यागी की गिरफ्तारी से न केवल रोहित नेगी हत्याकांड की गुत्थी सुलझी है, बल्कि एक लंबे समय से सक्रिय आपराधिक नेटवर्क की जड़ें भी सामने आ रही हैं। अन्य फरार आरोपियों की तलाश युद्धस्तर पर जारी है।