उत्तरकाशी यमुनोत्री हाईवे पर अतिवृष्टि के कारण लेबर कैंप में भारी भूस्खलन, सिलाई बैंड भूस्खलन में बादल फटने से तबाही, आठ से नौ मज़दूर लापता

उत्तरकाशी (बिलाल अंसारी) –
उत्तराखंड में देर रात से तेज बारिश हो रही है। उत्तरकाशी में यमुनोत्री हाईवे पर पालीगाड़ ओजरी डाबरकोट के बीच सिलाई बैंड के पास बादल फटने से तबाही मच गई। भूस्खलन की चपेट में एक लेबर कैंप आ गया है जिसमें कुल 19 श्रमिक रह रहे थे। जिससे कई मजदूर लापता हो गए। लापता मजदूरों की तलाश में प्रशासन की टीम और एसडीआरएफ ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। 10 सुरक्षित निकाले गए। हाइवे का करीब 10-12 मीटर हिस्सा बह गया, मार्ग बाधित है। इस दौरान यहां होटल निर्माण स्थल तबाह हो गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, घटना देर रात करीब 12 बजे की है। बड़कोट थानाध्यक्ष दीपक कठेत ने बताया कि यमुनोत्री हाईवे पर बादल फटने की सूचना मिली थी। टीम ने मौके पर पहुंचकर पाया कि यहां सड़क निर्माण व अन्य कार्य में लगे कुछ लोग टेंट लगाकर रह रहे थे। तेज सैलाब आने पर वह बह गए हैं। अभी तक आठ से नौ लोगों के लापता होने की खबर है। ये सभी नेपाली मूल के हैं। उत्तरकाशी डीएम प्रशांत आर्य ने बताया कि टीम ने लापता हुए लोगों की खोजबीन शुरू कर दी है।

बादल फटने के बाद से यमुनोत्री हाईवे सिलाई बैंड समेत कई जगहों पर बंद है। एनएच की टीम रास्ता खोलने के प्रयास में जुटी है। वहीं, ओजरी के पास भी सड़क पूरी तरह से खत्म हो गई है। खेतों में मलबा भर गया है। स्यानाचट्टी में भी कुपड़ा कुंशाला त्रिखिली मोटर पुल खतरे में आ गया है। यमुना नदी का भी जलस्तर बढ़ा हुआ है।
यमुनोत्री हाईवे पर स्थित स्याना चट्टी के पास कुपड़ा कुनसाला मोटर मार्ग पर पुल के पास ऊपर से भारी मलवा बोल्डर आने से यमुना नदी का बहाव थम गया और यहां झील बननी शुरू हो गई। स्थानीय लोगों के साथ यमुना नदी तटवर्ती क्षेत्र में रह रहे लोगों में हड़कंप मचा हुआ है।
प्रशासन ने तीर्थयात्रियों से अपील की है कि फिलहाल सुरक्षित स्थानों पर रुकें और प्रशासन की गाइडलाइन का पालन करें। किसी भी प्रकार की अफवाहों से बचें, प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें, और आपात स्थिति में केवल अधिकृत विभागों से ही संपर्क करें।

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बादल फटने की घटना का अधिकारियों से संज्ञान लिया। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि दुखद घटना में कुछ श्रमिकों के लापता होने की सूचना मिली है। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ समेत अन्य टीमें घटनास्थल पर पहुंच गई हैं और गहन राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं।