देहरादून (बिलाल अंसारी) –
उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में 15 अगस्त के दिन एक मुस्लिम व्यक्ति से “भारत माता की जय” और “जय श्री राम” का नारा लगवाने की कोशिश की गई और जब उसने इनकार किया तो उसके साथ मारपीट की गई। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें छुटमलपुर सहारनपुर निवासी पीड़ित रिजवान अहमद को सड़क पर पीटा जा रहा है और उससे जबरदस्ती “जय श्री राम” बुलवाया जा रहा है।
रिज़वान ने एफआईआर में लिखाया है, “उन्होंने मेरी दाढ़ी पकड़ ली, ज़ोर से खींचा और चिल्लाए: ‘इस आदमी की दाढ़ी काट दो।’ उन्होंने इस हमले का वीडियो बना लिया। मुझे ज़बरदस्ती ‘भारत माता की जय’ और ‘जय श्री राम’ बोलने पर मजबूर किया गया। किसी तरह मैं दुकान के पिछले हिस्से से भागकर अपनी गाड़ी की ओर दौड़ा।
रिज़वान अहमद के साथ घटना का वीडियो दिखाता है कि तीनों आरोपियों द्वारा की गयी मारपीट के बाद वह खून से लथपथ था। एक व्यक्ति ने इस घटना को वीडियो में रिकॉर्ड किया और चाय की दुकान का मालिक यह सब देखता रहा। वीडियो में अहमद को लगातार गालियां दी जा रही थीं और आरोपियों ने उसके साथ सांप्रदायिक अपशब्दों का इस्तेमाल किया। इनमें से एक आरोपी उससे पूछ रहा था कि वह स्वतंत्रता दिवस पर ‘भारत माता की जय’ क्यों नहीं बोल सकता, जबकि दूसरा कह रहा था “अगर हिंदुस्तान में रहना है तो ‘जय श्री राम’ बोलना पड़ेगा.” आरोपी यह भी कहते नज़र आए कि “सरकार तो हिंदुओं की है” और अहमद धीरे से नारे दोहराता रहा। इसी दौरान एक आरोपी कहते हुए सुना गया “हम तुम्हें हलाल से भी काट देंगे और झटके से भी। पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर मुकेश भट्ट, नवीन भण्डारी और मनीष बिष्ट नामक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
मुस्लिम बुजुर्ग के साथ मारपीट को लेकर मुस्लिम सेवा संगठन के उपाध्यक्ष आकिब कुरैशी के नेतृत्व मे एक प्रतिनिधि मण्डल ने पुलिस महानिरीक्षक कानून व्यवस्था नीलेश आनंद भरणे से मुलाक़ात कर आरोपियों के ऊपर जो धाराएं बनती हैँ, उन धाराओं मे मुक़दमा दर्ज करने का आग्रह किया गया। प्रतिनिधिमण्डल मे इमाम संगठन के अध्यक्ष मुफ़्ती रईस अहमद कासमी, बेहट विधानसभा से विधायक उमर अली खान, छुटमलपुर चेयरमैन शमा परवीन, मोनू मिर्ज़ा और आज़ाद समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महक सिंह शामिल रहे। पुलिस महानिरीक्षक ने 3 दिन का वक़्त आवश्यक कारवाही का आश्वासन दिया। पुलिस महानिरीक्षक से मुलाक़ात के बाद प्रतिनिधिमण्डल ने एक होटल मे मीडिया से मुख़ातिब होते हुए कहा कि अगर तीन दिन के अंदर आवश्यक कारवाही नहीं हुई तो कानून के दायरे मे रहकर आंदोलन किया जाएगा।